मानसिक रूप से सशक्त और संवेदनशील बने रहने के लिए महिला पुलिसकर्मियों की हुई काउंसलिंग

देवब्रत मंडल

गया में एक महिला सिपाही द्वारा खुदकुशी करने की घटना पुलिस महकमे के लिए चिंता का विषय बन गया है। आए दिन हर क्षेत्र में आत्महत्या की घटनाओं के पीछे के जो भी कारण रहे हों लेकिन मानसिक तनाव इसमें प्रमुख कारक माना जाता है। तनाव रहित होकर हर क्षेत्र में कार्य करने वाले कर्मचारियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। इस तनाव को कैसे दूर किया जा सकता है, इसके लिए मेडीटेशन सबसे बड़ा कारगर उपाय माना गया है। ऐसे में शिविर और स्वाध्याय और गोष्ठियों के माध्यम से नई चेतना की कोशिश हर स्तर पर की जा रही है।

गया के आरक्षी केंद्र में एक महिला सिपाही ने खुदकुशी कर ली थी। इसके बाद गया के एसएसपी आशिष भारती के निर्देश पर पुलिस उपाधीक्षक (रक्षित) के नेतृत्व में महिला पुलिस पदाधिकारियों द्वारा एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में पुलिस केंद्र में प्रतिनियुक्त सभी महिला पुलिस कर्मी सम्मिलित हुईं। सेमिनार का मुख्य उद्देश्य सभी महिला पुलिसकर्मियों की काउंसलिंग करना था, ताकि वे मानसिक रूप से सशक्त और संवेदनशील बने रहें। इस सेमिनार में महिला पुलिस कर्मियों ने अपने अनुभव साझा किए और उन्हें व्यक्तिगत व पेशेवर चुनौतियों से निपटने के लिए उपयोगी सलाह और सुझाव प्राप्त हुए। यह पहल न केवल उनके मानसिक स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में सहायक होगी बल्कि उन्हें अपने कर्तव्यों का प्रभावी ढंग से निर्वहन करने में भी मदद करेगी।

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