

टिकारी संवाददाता: नेहरू युवा केंद्र गया के तत्वावधान में सोमवार को मोटा अनाज की प्रदर्शनी एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रखण्ड कार्यालय के समीप आयोजित कार्यक्रम में मोटा अनाज जैसे चना, बाजरा, मडुआ इत्यादि की प्रदर्शनी लगाई गई एवं लोगो से मोटा अनाज की खेती करने का अपील किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु शेखर ने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता की नकल में हम मोटा अनाज से दूर होते चले गए और बीमारियां हमारे नजदीक आती चली गई। मोटा अनाज के ऊपर अधिक और शोध की आवश्यकता है। ताकि किसानों को इसकी खेती में पर्याप्त लाभ हो सकें एवं जन वितरण प्रणाली के द्वारा आम जनता के लिए मोटा अनाज उपलब्ध कराया जाना चाहिए। प्रखंड विकास पदाधिकारी नीरज आंनद ने कहा कि एक समय में मक्का और मडुआ हमारी भोजन का प्रमुख हिस्सा हुआ करते थे, जिससे हम स्वस्थ रहते थे। मोटा अनाज से दूरी बनाने की वजह से आज भारत मधुमेह जैसी बीमारी का राजधानी बन चुका है। प्रधानमंत्री ने मोटा अनाज के महत्व को अपने मन की बात कार्यक्रम के द्वारा देशवासियों तक पहूंचाया है। जी -20 जैसे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भी मोटा अनाज को प्रमुखता दिया गया है। कार्यक्रम के उपरांत सभी लोगों ने प्रखंड परिसर में वृक्षारोपण किया एवं सभी लोगों से अधिक से अधिक वृक्ष लगाने का अपील किया। कार्यक्रम में सुनील शर्मा, सौरभ शर्मा, धीरज केसरी, क्षितीज कुमार, गौरव, सुनील, शिवम सहित कई लोग मौजूद थे।