पत्रकारिता वही श्रेष्ठ, जो जन-जन का कल्याण करे। रह निष्पक्ष पाठकों के समक्ष तथ्यात्मक ज्ञान धरे। हिंदी पत्रकारिता दिवस पर विशेष कविता

हिन्दी पत्रकारिता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ!

आज के ही दिन हिंदी के प्रथम समाचार पत्र उदन्त मार्तण्ड का सफर शुरू हुआ था। जिसने आगे चलकर भारतीय पत्रकारिता की नीव रखी। हिंदी पत्रकारिता दिवस की सभी पत्रकार बंधुओं एवं देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं!

इस अवसर पर मगध लाइव के पाठको के लिए पेश है डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, असिस्टेंट प्रोफेसर, डिपॉर्टमेंट ऑफ इंग्लिश, जीबीएम कॉलेज, गया के द्वारा लिखित विशेष कविता

श्रेष्ठ पत्रकारिता

पत्रकारिता वही श्रेष्ठ, जो जन-जन का कल्याण करे।
रह निष्पक्ष पाठकों के समक्ष तथ्यात्मक ज्ञान धरे।।
वस्तुनिष्ठता, सत्यवादिता, मौलिकता, स्वतंत्र-उद्गार।
होते हैं संपादन और प्रकाशन के अभीष्ट आधार।।

शिक्षा का प्रसार हो, सबको मिलें सूचनाएँ अनमोल।
सोच-समझ करके परिणाम, प्रकाशित हों वक्ता के बोल।।
लोगों की रुचि के अनुरूप वही खबरें छापी जाएँ,
जिनसे सामन्जस्य न बिगड़े, हो एकत्व ना डाँवाडोल।।

पत्रकारिता वही श्रेष्ठ, जो हो निर्भीक तथा बेबाक।
छपे वही जिसके पीछे उद्देश्य नेक हो, नीयत पाक।।
पूर्वाग्रह हो नहीं तनिक भी, जाति-धर्म का भेद न हो।
पत्रकारिता की नौका में स्वार्थसिद्धि की छेद न हो।।

अगर मीडियावाले प्रण ले लें, लाने को नया सुधार।
न्याय मिलेगा जनता को, मिट जाएगा हर भ्रष्टाचार।।
पारदर्शिता और संतुलन, सदा चाहते पाठकगण।
पत्रकारिता दिखलाती समाज को सदा सत्य दर्पण।।

✍️डॉ रश्मि प्रियदर्शनी, असिस्टेंट प्रोफेसर, डिपॉर्टमेंट ऑफ इंग्लिश, जीबीएम कॉलेज, गया

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